विद्यालय का अर्थ है विद्या का घर मतलब वह स्थान जहां पर हमें ज्ञान प्राप्ति होती है। हमारे हिंदुस्तान में विद्या को एक देवी का रूप दिया गया है और विद्यालय को एक मंदिर का। हम अपने जीवन का अहम समय विद्यालय में ही बिताते हैं विद्यालय से बहुत सारी यादें जुड़ी होती है इसलिए विद्यालय सबके लिए बहुत मायने रखती है। कहा जाता है कि जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण समय हमारा बचपन होता है । इस समय हम लोग खुलकर जीते हैं क्योंकि वह यह समय होता है जब हमारे ऊपर ना कोई जिम्मेदारी होती है ,और ना ही कोई कैरियर की टेंशन। हमारा विद्यालय मस्ती का साक्षी होता है और यह समय हमारे पास दोबारा कभी नहीं आता है।
मेरे विद्यालय का नाम( आपके विद्यालय का नाम लिखें) है। मेरा विद्यालय हमारे शहर का सबसे बड़ा विद्यालय है। मेरे विद्यालय के चारों ओर हरियाली ही हरियाली है। यह शहर से लगभग 10 किलोमीटर अंदर एक गांव में पड़ता है जहां पर हमेशा ताजा हवाएं चलती रहती हैं। मेरा विद्यालय परिसर बहुत ही बड़ा है। मेरे विद्यालय में 4 इमारतें हैं जो कि सभी तीन तीन मंजिलों की है। हमारे स्कूल के परिसर में चारों तरफ बड़े-बड़े और घने वृक्ष लगे हुए हैं। मेरे स्कूल में लगभग 140 से भी ज्यादा कमरे हैं।हर कमरे में एक बड़ा सा दरवाजा और दो बड़ी-बड़ी खिड़कियां हैं। हमारे स्कूल में 2 बड़े बड़े खेल के मैदान के साथ-साथ एक बास्केटबॉल, लॉन टेनिस, वॉलीबॉल और फुटबॉल का भी अलग-अलग मैदान है। स्कूल के पीछे की ओर एक छोटा सा स्विमिंग पूल भी है।
मेरे विद्यालय में सभी महत्वपूर्ण दिन जैसे खेल दिवस, शिक्षक दिवस, मातृ-पितृ दिवस, बाल दिवस, सालगिरह दिवस, संस्थापक दिवस, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, क्रिसमस दिवस, मातृ दिवस, वार्षिक समारोह, नव वर्ष, गांधी जयंती, आदि एक अनोखे और व्ययवाहरिक तरीके से मनाये जाते है।
मेरा विद्यालय उन छात्रों को बस सुविधा भी प्रदान करती है जो बच्चे स्कूल से बहुत दूर रहते हैं। सभी छात्र सुबह खेल के मैदान में इकट्ठे होते हैं और सुबह की प्रार्थना करते हैं और फिर सभी अपनी कक्षाओं में जाते हैं। हमारा विद्यालय गर्मी या सर्दी दोनों में सुबह 8:00 से 12:30 तक चलता है। सभी छोटे और बड़े बच्चों के लिए छुट्टी होने पर स्कूल से निकलने का अलग अलग रास्ता है ताकि छोटे बच्चों को बाहर निकलने में कोई परेशानी ना हो ।
हमारे स्कूल में लगभग 4000 शिक्षक गण है और लगभग 10000 विद्यार्थी पढ़ते हैं। सभी शिक्षक बहुत ही सहृदयी और मिलनसार हैं और वह बच्चों की हर संभव सहायता करते हैं। मेरा स्कूल सीबीएसई करिकुलम द्वारा मान्यता प्राप्त है। मेरे स्कूल में एक जिम और एक बड़ा सा कैंटीन भी है जहां पर हम लोग लंच के समय खाना खाते हैं । हमारे शिक्षक हमें जितना प्रेम करते हैं वह उतना ही सख्त भी हैं।हमारे स्कूल की एक खास बात यह है कि हमें हर रोज गृह कार्य मिलता है और उसे अगले दिन हमारे शिक्षक से चेक भी करवाना होता है| हर शनिवार को हमारा सभी सब्जेक्ट का एक वीकली टेस्ट होता है जिसमें सभी को पास करना अनिवार्य होता है।
स्वाध्याय के लिए हमारे स्कूल में एक पुस्तकालय भी है जहां हम अपने खाली समय में जाकर अपने मन मुताबिक किताबों को पढ़ सकते हैं और एक पास बनाने पर उन्हें अपने घर भी ले जा सकते हैं। मेरे स्कूल के अध्ययन मानदंड बहुत ही रचनात्मक हैं जो हमें किसी भी कठिन विषय को आसानी से समझने में मदद करते हैं। हमारे शिक्षक हमें बहुत ईमानदारी से सब कुछ सिखाते हैं और हमें व्यावहारिक रूप से ज्ञान भी देते हैं।
मेरा स्कूल हर साल लगभग 1000 छात्रों को नर्सरी कक्षा में प्रवेश प्रदान करता है। मेरे विद्यालय में विभिन्न विषयों जैसे गणित, अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, जीके, इतिहास, भूगोल, विज्ञान, चित्रकला, खेल और शिल्प इत्यादि के लिए अलग-अलग अध्यापक हैं जो अपने काम मे बहुत ही निपुण है।
इमरजेंसी के लिए हमारे स्कूल में एक डॉक्टर और एक छोटा सा रूम है जिसे हम लोग रेस्ट रूम कहते हैं वह भी उपलब्ध है । हमारे प्रधानाचार्य को बहुत ही सोशल कारणों के कारण उन्हे बहुत अवॉर्ड भी मिले हैं और वह हमारे जिले के बहुत ही प्रशिक्षित व्यक्ति हैं ।
अंत मैं आपको यह बताना चाहूंगा कि हमारा स्कूल बहुत ही साफ सुथरा रहता है क्योंकि हमारा स्कूल स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सफाई पर बहुत ध्यान दिया जाता है और साल के अंत में हमारे स्कूल सभी बच्चों को पिकनिक के लिए भी ले जाता है।
धन्यवाद